Wednesday, December 26, 2018

मैं खो जाऊँ अगर तुम में, तो मुझको लापता रखना, मोहब्बत में दीवानों को, गुमशुदी रास आती है।

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अधिकतर हम रहते हैं अपनी भाषा, अपनी संस्कृति, अपने व्यक्तित्व, अपने चरित्र, अपनी समझ या अपने मद में। हम रह सकते हैं अपने रंग में भी पर कलम से...