Wednesday, December 21, 2022

दोस्ती वाली कट्टी

वादा है

माउंट एवरेस्ट तक 

दुर्गम चढ़ाई

साथ में करेंगे

खूब जमेगा रंग 

जब मिल कर चलेंगे तीन यार

तुम, मैं और विकट परिस्थितियां


सब सह भी लेंगे

सब जीत भी लेंगे

मुस्कुराते हुए


बस रात को

तम्बू में 

सोते समय

मेरे पैरों से 

कम्बल मत खींचना


मैं कट्टी नहीं कर पाऊंगा तुमसे 

मुस्कुराते हुए


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पता नहीं, शायद