अगर पता हो खिलना
तो नहीं हो सकता कोई पुष्प
अगर पता हो जवाब
तो नहीं हो सकता कोई सवाल
अगर पता हो राह
तो नहीं हो सकता कोई राही
अगर पता हो प्रेम
तो नहीं हो सकता कोई प्रेमी
बहुत कुछ
जो पहली बार हुआ, हो रहा है या होगा
उसका ना तो कोई पता है
और ना ही कोई ठिकाना
No comments:
Post a Comment