Tuesday, May 28, 2024

प्रेम

प्रेम एक ऐसा विषय है जो समझ में किसी की नहीं आता पर करना सब चाहते हैं। प्रेम की किसी भी बात पर मैंने किसी को भी तर्क और विज्ञान के आधार पर चुनौती देते नहीं देखा। प्रेम का प्रचार इतना अधिक हो चुका है कि हम चिकन से भी प्रेम करते हैं, कुत्ते से भी, इंसान से भी और पैसे से भी। प्रेम की वैज्ञानिक व्याख्या शायद भौतिक विश्व में पूरी तरह से ना मिल सके पर फिर भी प्रेम पर विश्वास होना ही चाहिए, यह बात मैंने उन लोगो से भी सुनी है जो हर बात में विज्ञान की दुहाई देते हैं। हर वो बात जो समझ में ना आये ज़रूरी नहीं वो अंधविश्वास या अवैज्ञानिक हो, और हर बात जो समझ में आये ज़रूरी नहीं उस बात का हर पक्ष विश्वास करने लायक़ हो या पूरी तरह से वैज्ञानिक हो।

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