Friday, May 31, 2019

खिड़कियों में टंगे विंड चाइम

खिड़कियों में टंगे विंड चाइम
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खिड़कियों में टंगे विंड चाइम
लगाएं जाते है उस जगह
जहां से आती रहे भीनी भीनी हवा
गूँजती रहे मधुर ध्वनि
अगर इस बीच
लग जाए चटका हाथ में
अपेक्षा है
मन में नहीं आएगा
आग लगने का
नकारात्मक विचार

उस पल जब मुझे
बिना कुछ सोचे
खिड़की से पड़ जाए कूदना
विंड चाइम,
खिड़की से बाहर आते
भभकते धुएँ से
शायद निकाल पाएगा
कोई मधुर ध्वनि
अपेक्षा है
एक सकारात्मक चीख के साथ
मिल पाएगी मुझे मेरी मौत

Sunday, May 05, 2019

मात्राओं की ग़लतियाँ

पूर्ण रूप से
मुझे जानने वाला
एक वो ही है
जो देख सकता है
मेरे हर विचार में बसी
मात्राओं की ग़लतियाँ

अधिकतर हम रहते हैं अपनी भाषा में...

अधिकतर हम रहते हैं अपनी भाषा, अपनी संस्कृति, अपने व्यक्तित्व, अपने चरित्र, अपनी समझ या अपने मद में। हम रह सकते हैं अपने रंग में भी पर कलम से...